Prabha Khaitan Foundation Website Formally E-launched By Union Minister Nitin Gadkari

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रभा खेतान फाउंडेशन की वेबसाइट को किया ई-लॉन्च

17 दिसंबर 2020, कोलकाता / नई दिल्लीकेंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने एक औपचारिक समारोह में सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था प्रभा खेतान फाउंडेशन की वेबसाइट (https://pkfoundation.org)को औपचारिक रूप से लॉन्च किया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में भारत के अलावा विभिन्न देशों के विदेशी अतिथि शामिल हुए। प्रभा खेतान फाउंडेशन (पीकेएफ) कोलकाता में पंजीकृत सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट, एक साहित्यकार, उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय डॉ. प्रभा खेतान द्वारा इसकी स्थापना की गयी, जिन्होंने महिलाओं की मुक्ति के लिए अथक रूप से काम किया।

स्वर्गीय डॉ. प्रभा खेतान की विरासत इस ट्रस्ट की सराहना करते हुए श्री गडकरी ने कहा, “स्वर्गीय डॉ. प्रभा खेतान का मिशन था, कर्म ही जीवन (काम ही जीवन) है, उन्होंने गरीबों और वंचितों के प्रति सामाजिक संवेदनशीलता और जिम्मेदारी दिखाई और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता पैदा की। कला, साहित्य, संस्कृति, शिक्षा और सामाजिक कार्य क्षेत्र, उनकी छुपी हुई प्रतिभा को निखारता है। मुझे खुशी है कि प्रभा खेतान फाउंडेशन, स्वर्गीय डॉ. प्रभा खेतान के अच्छे काम और विरासत को निरंतर आगे बढ़ा रही है। ”

“हम एक ऐसा आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं जहां जाति, विचारधारा, धर्म, भाषा और लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि प्रभा खेतान फाउंडेशन जैसे संगठन समाज में बदलाव लाएंगे और हम एक दिन समाज में अपने सामाजिक लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। ”

वर्तमान में, प्रभा खेतान फाउंडेशन भारत के अग्रणी सामाजिक कल्याण संगठनों में से एक है, जो महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए विभिन्न सामाजिक कल्याणमूलक कार्य में लगा हुआ है। यह संस्था देश के भीतर और बाहर भारतीय कला, संस्कृति, साहित्य और लोक विरासत को बढ़ावा देने वाले प्रमुख निजी संगठनों में से एक है, जो अक्सर समान विचारधारा वाले भारतीय और विदेशी संगठनों को एक सूत्र में बांधे रखने में मदद करती है।

प्रभा खेतान फाउंडेशन स्वर्गीय प्रभा खेतान के जीवन और कार्यों से प्रेरित और निर्देशित है। पिछले कुछ दशकों में, पीकेएफ ने दुनिया भर में प्रतिष्ठित एवं प्रतिभाशाली सम्मानीय लोगों और कई अन्य संगठनों के साथ जुड़कर सांस्कृतिक क्षेत्र में एक मजबूत नेटवर्क के रूप में बहुत सारी सांस्कृतिक पूंजी बनाई है।

अपने जीवन के अनुभव पर प्रकाश डालते हुए श्री गडकरी ने कहा, “जो लोग गरीबों के लिए अच्छा काम करते हैं, उन्हें उनका आशीर्वाद मिलता है। वर्ष 2004 में नागपुर के पास मै एक सड़क हादसे का शिकार हो गया था। वहां खड़े सभी लोगों ने इस दुर्घटना को देखा, सभी लोगों को ऐसा लगा कि इस दुर्घटना में कोई भी बच नहीं सकता है। हालांकि, मैं, मेरी पत्नी, बेटी, बेटा, निजी सहायक और चालक बच गए। मैं लोगों को बताना चाहता हूं, कि मैंने हजारों हृदय रोगियों को चिकित्सा के लिए सहायता प्राप्त करने में मदद की थी, और कई दिव्यांगों को कृत्रिम अंग प्रदान करवाया हैं। मुझे लगता है कि यह उनके सामूहिक आशीर्वाद का फल था जिसके कारण हम बच गए।”

सुश्री अपरा कुच्छल, अहसास की महिला मानद संयोजक, राजस्थान, प्रभा खेतान फाउंडेशन) ने कहा, प्रभा खेतान फाउंडेशन साहित्य, लेखन, कला, वन्यजीव संरक्षण और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न साहित्यिक अध्याय का एक प्रर्वतक है। यह संस्था साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधि और कई विश्वविद्यालयों और समान विचारधारा वाले सहयोगी लोगों के साथ दुनियाभर में काम करती है। फाउंडेशन की महिला शाखा ‘एहसास’ महिलाएं जीवन के सभी क्षेत्रों की महिलाओं का एक समूह है जो विश्व स्तर पर कार्य करती हैं। स्वर्गीय डॉ. प्रभा खेतान की दृष्टि में यह संस्था बेहतर कल की मार्गदर्शक हैं।”

मनीषा जैन (संचार और ब्रांड प्रमुख, प्रभा खेतान फाउंडेशन) ने कहा,”प्रभा खेतान फाउंडेशन वेबसाइट देश की सांस्कृतिक राजधानी को बनाए रखने के साथ विदेशों में भारतीय संस्कृति और साहित्य को बढ़ावा देने के प्रयास में मददगार साबित होती है। साहित्य, संस्कृति और विरासत, बुनियादी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण प्रेरणा फाउंडेशन के पांच स्तंभ हैं। यह संस्था विश्वभर के 35 शहरों में फैली है और इसके वेबसाइट में लगभग एक हजार क्रियाकलापों को सूचीबद्ध किया गया है। यह उन मासिक समाचार पत्रों को भी होस्ट करता है, जो इंटरैक्टिव होते हैं और आनेवाले आगंतुक को हमारे कार्यक्रमों और इससे जुड़े लेख पहुंचाते हैं।”

प्रभा खेतान फाउंडेशन ने 35 से अधिक शहरों में प्रतिष्ठित और महत्वाकांक्षी लेखकों, कलाकारों को मंच प्रदान कर एक लेखक की दोपहर, किताब, द राइट सर्किल, एक मुलाकात, लफ़्ज़, टेटे-ए-टी, कलम आदि जैसे साहित्यिक और सामाजिक कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन कर प्रसिद्धि प्राप्त कर चुकी है।

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